Life during Lockdown by A. Bhagwat
लॉक डाउन और ज़िंदगी….. {Lockdown And Life}अब एक महीना गुज़र चुका है…. लॉक डाउन हुए ! और कुछ सोच रही थी मैं …..तभी…. एक नन्हीं प्यारी सी तितली न जाने कहाँ से आकर …बस बैठी और उड़ भी गई फ़ूल से……मेरे सोचने से पहले ही…सम्भवतः मैं कुछ लिखती उस पर ….पर इससे क्या फ़र्क पड़ता …