नमस्कार प्यारे दोस्तों,
स्वागत है आप सभी का आपके अपने यूट्यूब चैनल “Lifearia” के इस मंच पर जहाँ आज हम पहली दफ़ा बनाने जा रहे हैं एक ख़ासम ख़ास रेसिपी!!!
और आपको बता दें कि ये रेसिपी आपको पूरे यूट्यूब पर कहीं नहीं मिलेगी! एक ऐसी रेसिपी जो हर घर में देगी एक नया सात्विक स्वाद!
तो चलिए करते हैं शुरुवात…
सबसे पहले इसमें लगनेवाली अतिआवश्यक सामग्री लिख लीजिए!
1 मन की शुद्धि – 100 फ़ीसदी
2 सद्भावना – 100 फ़ीसदी
3 उदारता – 100 फ़ीसदी
4 ईर्ष्या ,लालच, बैर और मोह से मुक्ति 100 फ़ीसदी
5 दया,ममता,करुणा और परोपकार – 100 फ़ीसदी
(माफ़ी चाहती हूं! दरअसल ये सामग्री अत्यंत ही दुर्लभ है! परंतु प्रभु की कृपा हेतु इतना तो करना ही पड़ेगा न ! )
हां! तो यदि आपने उपरोक्त सभी सामग्री एकत्रित कर ली हैं तो अब हम करते हैं श्रीगणेश…
तो जैसा कि आप जानते ही हैं कि तन की पवित्रता से कहीं बड़ी है मन की पवित्रता! तो सर्वप्रथम मन को पवित्र कीजिए! (घबराइए नहीं! प्रयास तो
कीजिए धीरे धीरे हो जाएगा!)
अब अपने पवित्र हो चले मन में दया,ममता,करुणा और परोपकार को अच्छे से मिलाइए…।
फिर उसे सुंदर प्रयोजन से भली प्रकार सजाइए ! ध्यान दीजिए इस दौरान ईर्ष्या, लालच, बैर और मोह…अपने आप छन कर निकल गए होंगे!
तो इस हेतु प्रभु को धन्यवाद देते हुए आगे बढिए आभारी मन से प्रभु के सुंदर नामस्मरण रूपी एसेंस मिलाते हुए!
अब आपके इर्द गिर्द आत्मसंतोष रूपी सुगन्ध व्याप्त हो चली होगी! तो लीजिए तैयार है “परम् प्रसाद”!!!
ये वो अद्भुत,अलौकिक, अद्वितीय,अप्रतिम प्रसाद है जिसे परमेश्वर/परमेश्वरी को समर्पित करने की कोई आवश्यकता ही नहीं है क्योंकि जब प्रभु को स्वीकार हो तभी सम्भव है इसका बनना भी!! अर्थात पहले वो अलौकिक शक्ति इसे स्वीकारती है तभी सम्भव होता है इसका बन कर तैयार होना!
तो उसकी असीम कृपा से जब बन जाए ये “परम् प्रसाद”….तो इसे शिरोधार्य करते हुए स्वीकारिए ,आत्मसात कीजिए,प्रसारित कीजिए, बांटिए और बांटिए सभी में ! कि तृप्त हो जाए अंतरात्मा सभी की और सार्थक हो उठे अखिल जीवन……है न!
बहुत धन्यवाद