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सोचनेवाली बात 10 – मन के साधे सब सधे।

नमस्कार प्यारे दोस्तों स्वागत है आप सभी का आपके अपने यूट्यूब चैनल लाइफेरिया के इस मंच पर जहां आज हम बढ़ रहे हैं श्रृंखला सोचनेवाली बात के दसवें पड़ाव पर । तो चलिए करते हैं शुरुवात आज के दिलकश मौसम सेवाह! क्या झमाझम बारिश है न!…. मन तरसता है ऐसी बारिश को देखने के लिए! …

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प्रेम, अपनापन और आपसी समझ!

सोचने वाली बात 09 | प्रेम, अपनापन और आपसी समझ!

सोचने वाली बात है न कि यदि हमारे पास है कोई एक भी ऐसा खूबसूरत रिश्ता जो सालों साल बना रहा बिल्कुल एक सा….कोई एक भी ऐसा जो हमें हमारी तमाम परिस्थितियों के साथ बड़ी ही सहजता से स्वीकार सके!

लाख़ मिलाले कोई दुश्मन, मीठी बातों में ज़हर ! पर बग़ल में छुपी छुरी आख़िर नज़र आ ही जाती है!

लाख़ मिलाले कोई दुश्मन, मीठी बातों में ज़हर ! पर बग़ल में छुपी छुरी आख़िर नज़र आ ही जाती है! जी हाँ, प्यारे दोस्तों स्वागत है आप सभी का आपके अपने यूट्यूब चैनल लाइफेरिया के इस मंच पर जहां आज फिर हम मिल रहे हैं एक बेहद रोचक विषय के साथ….पर उससे पहले आप सभी …

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तो क्या हुआ कि तुमने खींच ली मेरे पैरों तले की ज़मीन…..मुझे आज भी मेरे आसमां ने थामें रख्हा है!!

तो क्या हुआ कि तुमने खींच ली मेरे पैरों तले की ज़मीन…..मुझे आज भी मेरे आसमां ने थामें रख्हा है!! जी हाँ, प्यारे दोस्तों स्वागत है आप सभी का आपके अपने यूट्यूब चैनल लाइफेरिया के इस मंच पर जहां आज फिर हम मिल रहे हैं एक नए विषय के साथ, जैसा कि पिछले वीडियो में …

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ज़िन्दगी के माथे पर लिख्हा जा सकता है नाम सिर्फ़ ज़िन्दगी का…..

ज़िन्दगी के माथे पर लिख्हा जा सकता है नाम सिर्फ़ ज़िन्दगी का….. जी हां प्यारे दोस्तों ,स्वागत है आप सभी का आपके अपने यू ट्यूब चैनल “लाइफेरिया” के इस मंच पर जहां मैं बेहद बेसब्री से इंतज़ार करती हूं आप सभी से रूबरू होने का।तो चलिए करते हैं शुरुवात…..आज हम बात कर रहे हैं हमारे …

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thappad in hindi

दिल के नक़्शे को बदल कर रख दिया है, गालों पर पड़े थप्पड़ ने!

थप्पड़ परम्परा…! “थप्पड़ परम्परा!”दिल के नक़्शे को बदल कर रख दिया है, गालों पर पड़े थप्पड़ ने!हाँ! अभी “थप्पड़” देख रही हूं मैं!यूँ तो अकेली ही हूँ….!पर यूँ लग रहा है कि जैसे कई कई …शायद हज़ारों स्त्रियां मेरे भीतर हैं जो देख रही हैं… हज़ारों साल….. कई सदियां…. कई युग …पीछे जाकर!एक “थप्पड़”! जिसकी …

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love poem in hindi

तुम्हें खोने की हिम्मत नहीं है मुझमें, फ़िर भला तुम्हें पाने की ज़ुर्रत क्यों करूँ!

तुम्हें खोने की हिम्मत नहीं है मुझमें, फ़िर भला तुम्हें पाने की ज़ुर्रत क्यों करूँ! जानते हो? हर दफ़ा तुम्हें पा लेने के मेरे ख़्वाब, बस तुम्हें खो देने के डर से ही टूटे हैं!तो अब पूरी शिद्दत से चाहती हूं मैं, बरक़रार रखना अपने दिल में तुम्हारी चाहत को ,तुम्हें पाने की कोशिश के …

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सोचने वाली बात 08 | मास्टर शेफ़ वही बनते हैं, जिन्हें हरी मिर्च और प्याज़ काटने से परहेज़ नहीं होता!

सोचने समझने वाली बात 08 प्यारे दोस्तों, सादर नमस्कारस्वागत है आप सभी का आपके अपने यू ट्यूब चैनल ‘लाइफेरिया’ के इस मंच पर जहां आज हम बढ़ रहे हैं एक और बेहद जरूरी और सोचने वाली बात की ओर पर इससे पहले की मैं शुरुआत करूँ मैं आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करती …

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सोचने वाली बात 07 क्या करें ? जब ग़लत समझ बैठे लोग हमें !! या नहीं समझे वैसे,जैसे हम हैं !!

सोचने वाली बात 07क्या करें ? जब ग़लत समझ बैठे लोग हमें !! या नहीं समझे वैसे,जैसे हम हैं !! बहुत गफ़लत होती है!, बेहद परेशानी! बड़ी बैचेनी! एक तरह से उलझन में डाल देनेवाली स्थिति, जब लोग कोई ग़लत राय बना लेते हैं हमारे बारे में! कोई टैग लगा देते हैं हम पर! या …

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ख़्वाहिशों को सिखाइए सब्र का हुनर… कि अभी बहुत ज़रूरतें पूरी करनी हैं |

पूरी होनी चाहिए ज़रूरतें, ख़्वाहिशों को इंतज़ार करने दीजिए….. आख़िर वो सुबह आ ही गई!जिसका हम सभी को था इंतज़ार !इतने दिनों, महीनों के बाद खुला है लॉक डाउन ! खिले हैं लोग !और निकल पड़ी हूँ मैं बाज़ार की ओर…जैसे कोई आज़ाद पंछी भरता है नित नई उन्मुक्त उड़ान !कितना कुछ चाहती हूं मैं, …

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