Lockdown

ख़्वाहिशों को सिखाइए सब्र का हुनर… कि अभी बहुत ज़रूरतें पूरी करनी हैं |

पूरी होनी चाहिए ज़रूरतें, ख़्वाहिशों को इंतज़ार करने दीजिए….. आख़िर वो सुबह आ ही गई!जिसका हम सभी को था इंतज़ार !इतने दिनों, महीनों के बाद खुला है लॉक डाउन ! खिले हैं लोग !और निकल पड़ी हूँ मैं बाज़ार की ओर…जैसे कोई आज़ाद पंछी भरता है नित नई उन्मुक्त उड़ान !कितना कुछ चाहती हूं मैं, …

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a letter from corona

कविता : कॅरोना का ख़त, सैनिटाइजर के नाम

पेश ए ख़िदमत है करोना पर मेरी एक ताज़ा तरीन हास्य कविता ” कॅरोना का ख़त सेनेटाइज़र के नाम”प्लीज़ ग़ौर फ़रमाइएप्यारे दोस्त ,तुम सेनेटाइज़र हो मेरे और…मैं तुम्हारी कॅरोना….!!!अब मुझसे मुक्ति के लिए तुम इतनी भी ज़िद करो ना !!तुम्हारे लिए ही जानेमन, मैं चायना से उठ कर आई हूं!भारत के लिए तोहफ़े में आत्म …

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akant

कविता : एकांत

‘एकांत’ हमें ले जाता है…. ‘एकांत’ हमें ले जाता है…. भीड़ से दूर…कोलाहल से दूर….ख़ुद की ओर….प्रकृति की ओर..जीवन की ओर…!और जीवन की ओर जाकर ही लौटाई जा सकती है मृत्यु असमय ।इससे पूर्व कि ‘अकेला’ कर दे कॅरोना हमें….क्यों न हम एक होकर जान लें ‘एकांत’ का महत्व..तो शुक्रिया करो न ‘कॅरोना’ का…!!कि उसकी …

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